प्यार जो उम्र भर निभाता है ।
प्यार में इंक़िलाब लाता है ॥
प्यार बिकता नहीं दुकानों पर ।
प्यार सीधा खुदा से आता है ॥
प्यार को खेल जो समझते हैं ।
प्यार उनको नहीं सुहाता है ॥
जिसके जज़्बात ही न हों दिल में ।
प्यार फ़र्ज़ी वही दिखाता है ॥
उससे उम्मीद प्यार की कैसी ।
प्यार में असलियत छुपाता है ॥
प्यार में जो फ़िरेब करता है ।
प्यार से वो फ़िरेब खाता है ॥
जीतना जानता नहीं 'सैनी '।
प्यार में रोज़ हार जाता है ॥
डा० सुरेन्द्र सैनी
No comments:
Post a Comment